कैसे हुआ ठगी का शिकार: दीपक राज ने फेसबुक पर दिखाए गए सिक्के को खरीदने का फैसला किया। ठगों ने उसे बताया कि यह सिक्का 15 लाख रुपये में बिकता है और यह पूरी तरह से आरबीआई के नियमों के अनुसार है। उन्हें विश्वास दिलाने के लिए एक फॉर्म भी भेजा गया, जिसमें केवल 750 रुपये की सरकारी फीस बताई गई। दीपक राज ने यह रकम पहली बार भेजी और उसके बाद ठगों ने उसे विश्वास दिलाया कि यह सभी प्रक्रियाएं कानूनी हैं।
इसके बाद ठगों ने दीपक को 45 लाख रुपये के सिक्के के लिए और पैसे भेजने को कहा। फिर, उसे प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 13,700 रुपये भेजने के लिए कहा गया, और इस तरह सिलसिला चलता रहा। ठगों ने उसे आयकर फॉर्म और अन्य प्रक्रियाओं के नाम पर और पैसे मंगवाए।
पैसे वापस मांगने पर हुआ फ्रॉड का खुलासा: जब दीपक राज ने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो ठगों ने इंकार कर दिया और उसे समझ में आ गया कि वह ठगी का शिकार हो गया है। इसके बाद दीपक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। एसपी क्राइम ने बताया कि जिन बैंक खातों में पैसे गए हैं, उन सभी को फ्रीज करने की कोशिश की जा रही है।