महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे का ईवीएम पर दिया गया बयान विवादों में घिर गया है। नितेश राणे के बयान के बाद एनडीए के नेता रामदास अठावले ने उन्हें नसीहत दी है, जबकि विपक्ष ने भी इस पर आपत्ति जताई है।
नितेश राणे का बयान:
महाराष्ट्र में हाल ही में आयोजित हिंदू गर्जना सभा में नितेश राणे ने कहा, “हम ईवीएम की वजह से चुनाव जीते हैं और हमने कभी इसका इनकार नहीं किया है। लेकिन विपक्ष ईवीएम के सही अर्थ को समझने में नाकाम रहा है। ईवीएम का मतलब है- एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला।” इस बयान के बाद विपक्ष ने इसे शर्मनाक बताया।
विपक्ष की प्रतिक्रिया:
एनसीपी नेता माजिद मेमन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के मंत्री ऐसे विवादास्पद बयान देकर संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। उनका कहना था कि संविधान सभी धर्मों के लिए समान न्याय की गारंटी देता है और ऐसे बयान इसे तोड़ते हैं।
रामदास अठावले की नसीहत:
केंद्रीय मंत्री और आरपीआई अध्यक्ष रामदास अठावले ने नितेश राणे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “नितेश राणे को ऐसा नहीं बोलना चाहिए। देश संविधान के अनुसार चलता है और हमें किसी पर भी हमलावर नहीं होना चाहिए। मुल्ला और मुस्लिम हमारे अपने हैं।”
पीएम मोदी पर विपक्ष का हमला:
आरजेडी के राज्यसभा सांसद ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “मोदी हमेशा कहते हैं कि यह बुद्ध का दौर है, लेकिन उनके मंत्री और नेता उनकी बात नहीं मानते। मोदी को अपनी पार्टी के नेताओं पर नियंत्रण रखना चाहिए।”
यह विवाद अब महाराष्ट्र की सियासत में तूल पकड़ चुका है।