गिरधर व्यास का कहना है कि उनकी मूंछों को इतनी लंबी करने में उन्हें काफी समय लगा है। वे अपनी मूंछों की देखभाल में केवल मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं, और कभी भी साबुन या शैंपू का उपयोग नहीं करते।
ऊंट उत्सव का आगाज शुक्रवार को लक्ष्मीनाथ मंदिर से रामपुरिया हवेली तक हैरिटेज वॉक के साथ हुआ। इस दौरान स्थानीय कलाकारों ने विभिन्न कला रूपों का प्रदर्शन किया, जिसमें गिरधर व्यास की मूंछें विशेष आकर्षण का कारण बनीं।
इसके साथ ही, स्कूली बच्चों ने सड़क सुरक्षा सप्ताह की जानकारी दी और लाख की चूड़ी बनाने का प्रदर्शन भी स्थानीय कारीगरों ने किया। यह उत्सव बीकानेर के पारंपरिक कलाओं और संस्कृति को दिखाने का एक अद्भुत अवसर था।