तालेड़ा उपखंड के देहित गांव में स्वयंसेवक सिर पर काली टोपी, खाकी पेंट, सफेद शर्ट और हाथों में डंडा लेकर घोष की ताल पर कदम से कदम मिलाते हुए पथ संचलन में भाग लिए। इस दौरान व्यापारियों, ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। पथ संचलन के मार्ग में जगह-जगह रंगोली और स्वागत द्वार बनाए गए। कार्यक्रम में सुवासा उपखंड कार्यवाह नारायण व्यास, खंड संघ चालक प्रहलाद गौतम, और संघ के जिला प्रचारक गुमान सिंह ने देश सेवा और संघ कार्य के महत्व पर प्रकाश डाला।
पथ संचलन लालबाई माताजी मंदिर से शुरू होकर विभिन्न मोहल्लों और चौकों से होते हुए वापस मंदिर परिसर में समाप्त हुआ। कार्यक्रम के दौरान पुलिस बल भी तैनात था।
इसी तरह, नोताडा क्षेत्र के घाट का बाराना में भी पथ संचलन आयोजित किया गया। 130 स्वयंसेवकों ने इसमें भाग लिया और घोष की ताल पर कदम से कदम मिलाकर संचलन में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में जिला सहकार्यवाह छीतर लाल नागर ने समाज में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया और स्वयंसेवकों को शताब्दी वर्ष के मौके पर संघ का विस्तार करने के लिए प्रेरित किया।
तलवास में भी पथ संचलन निकाला गया, जिसमें सामाजिक संगठनों और ग्रामीणों ने घरों के सामने रंगोलियां और स्वागत दरवाजे बनाकर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला सहकार्यवाह नारायण ने राष्ट्र प्रेम और वीरों की शहादत पर चर्चा की।
इन सभी कार्यक्रमों में स्वयंसेवकों ने अनुशासन और एकता का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया।