बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष उमिता राहुल सिंह लोधी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष भक्ति तिवारी, और अन्य सदस्य उपस्थित थे। बैठक में अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा गया कि ये अधिकारी सरकारी योजनाओं के लाभ को लागू करने में लापरवाही कर रहे हैं। जिन अधिकारियों ने बैठक में भाग नहीं लिया, उन्हें नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया।
बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा अनंतपुरा की गोचर भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने को लेकर हुई। बताया गया कि चार महीने पहले अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अलावा, अतिथि शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी और हरपुरा नहर परियोजना के पानी की दिशा पर भी सवाल उठाए गए।
जिला पंचायत सदस्य मनोहर अहिरवार ने स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाले नाश्ते और मध्यान्ह भोजन की जांच कराने का प्रस्ताव रखा। इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान के डीपीसी को निर्देश दिए गए हैं। बैठक में यह भी बताया गया कि हरपुरा नहर का पानी तालाबों की बजाय नदी नालों के माध्यम से नदी में जा रहा है, जो कि गलत है।
इसके अलावा, सहकारिता विभाग ने मातौली तालाब के सदस्यों को बिना जानकारी दिए हटा दिया, जिससे नाराजगी जताई गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग और जिला अस्पताल की गतिविधियों पर भी चर्चा की गई।