
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में मनरेगा योजना में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां अवकाश के दिन भी श्रमिकों की हाजिरी दर्ज कर दी गई। यह घटना साबला और सागवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्रों में हुई। जिला परिषद को इस फर्जीवाड़े का पता चलने पर कार्रवाई की गई है।
क्या हुआ था?
23 जनवरी को साबला पंचायत समिति की ग्राम पंचायत रीछा में मेट इंदिरा देवी ने अवकाश के दिन श्रमिकों की उपस्थिति एनएमएमएस ऐप के माध्यम से दर्ज की। इसी तरह, सागवाड़ा पंचायत समिति के पारदड़ी बड़ी में भी मेट कल्पेश ने अवकाश के दिन श्रमिकों की हाजिरी दर्ज की, जबकि यहां कोई कार्य नहीं हुआ था।
जिला परिषद की कार्रवाई
जिला परिषद ने इस फर्जीवाड़े का पता चलने पर मेट इंदिरा देवी और कल्पेश को ब्लैक लिस्टेड करने का फैसला किया। इसके साथ ही ग्राम पंचायतों के अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
सख्त कदम उठाने के बावजूद गड़बड़ी जारी
जिला परिषद ने कई बार निचले स्तर पर ऐसे फर्जीवाड़े की रोकथाम के लिए निर्देश दिए थे, लेकिन फिर भी यह गड़बड़ी और लापरवाही जारी रही।