
उत्तर प्रदेश के अयोध्या और प्रयागराज में इस समय भक्ति और आस्था का माहौल है। लाखों श्रद्धालु रामलला के दर्शन के बाद महाकुंभ में स्नान करने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर दूसरे अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी।
श्रद्धालुओं का अनुभव
एक श्रद्धालु ने कहा, “यह एक अद्भुत अनुभव है। यहां बहुत भीड़ है, लेकिन मुझे कोई समस्या नहीं हुई। लोगों में अपार श्रद्धा और विश्वास है। घाट पर सुविधाएं भी अच्छी हैं।” एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, “यह आयोजन 144 साल बाद हो रहा है, इसलिये यहां उत्साह और उम्मीद है। इतनी भीड़ के बावजूद भीड़-भाड़ जैसी स्थिति नहीं है।”
महाकुंभ में बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। 13 जनवरी से शुरू हुए इस धार्मिक समागम में अब तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं।
रेलवे स्टेशन पर भीड़
प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है, क्योंकि देशभर से लोग महाकुंभ में स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।
अयोध्या में भी श्रद्धालुओं का तांता
अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान के लिए प्रयागराज आ रहे हैं, जिससे दोनों स्थानों पर भारी भीड़ लगी हुई है।
केशव प्रसाद मौर्य का बयान
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “तैयारियां अच्छी हैं और सरकार और प्रशासन श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
विशेष व्यवस्थाएं और सुरक्षा
मौनी अमावस्या के पर्व पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। प्रयागराज रेलवे मंडल ने इस भारी संख्या को देखते हुए विशेष व्यवस्थाएं बनाई हैं। 25 जनवरी से ही प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और निकासी के लिए विशेष योजना बनाई गई है, जो एक दिन पहले और बाद तक लागू रहेगी।