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महाकुंभ भगदड़: श्रद्धालुओं की मौत पर सीएम की बड़ी घोषणा, 2 लाख मुआवजा मिलेगा

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के समय संगम तट पर भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिसमें मध्य प्रदेश के 4 श्रद्धालु भी शामिल हैं। इस दुखद घटना पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की।

घायलों और मृतकों के परिवारों को मदद

मुख्यमंत्री ने मृतिका हुकुमबाई लोधी सहित अन्य पीड़ितों के परिवारों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। जिला प्रशासन मृतकों के शव को घर पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था कर रहा है और शोकाकुल परिवारों की मदद की जा रही है।

मध्य प्रदेश के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

मध्य प्रदेश सरकार ने महाकुंभ में दुर्घटनाग्रस्त श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
📞 0755-2708055
📞 0755-2708059
(यह हेल्पलाइन भोपाल के वल्लभ भवन स्थित सिचुएशन रूम में 24 घंटे सक्रिय रहेगी)


मध्य प्रदेश के श्रद्धालु जो हादसे का शिकार हुए

इस भगदड़ में मध्य प्रदेश के 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 3 लोग लापता बताए जा रहे हैं:

  1. कामता पाल (टेकनपुर, ग्वालियर)
  2. मोहनलाल अहिरवार (45 वर्ष) (गैरतगंज, रायसेन)
  3. उमेश सराठे (48 वर्ष) (इटारसी)
  4. हुकुमबाई लोधी (सुनवाहा गांव, छतरपुर)

घायल: दीपा (19 वर्ष) – हुकुमबाई लोधी की बेटी
लापता: हरि साहू (58) और शकुंतला (55) – बकस्वाहा के बुजुर्ग दंपती


कैसे मची भगदड़?

  • श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के लिए रात से ही घाट पर जमा हो गए।
  • भीड़ नियंत्रण न होने के कारण बैरिकेडिंग तोड़ दी गई।
  • वीआईपी मूवमेंट के कारण रास्ते बार-बार बंद होने से हड़कंप मच गया।
  • नहाने के बाद बाहर निकलने का रास्ता जाम हो गया, जिससे भगदड़ मच गई।

प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप: पुलिस ने भगाया

छतरपुर की लक्ष्मी ने बताया कि रात 11 बजे पुलिस ने लाठियों से श्रद्धालुओं को जबरन स्नान के लिए भेजा। श्रद्धालुओं ने सुबह स्नान करने की बात कही, लेकिन पुलिस ने गाली देकर भगा दिया। इस दौरान भगदड़ मच गई और हुकुमबाई लोधी भीड़ में गिर गईं और उनकी मौत हो गई।


संगम नोज: सबसे पवित्र स्थान

संगम नोज वह स्थान है जहां गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम होता है। इसे कुंभ स्नान के लिए सबसे पवित्र जगह माना जाता है, इसलिए लाखों श्रद्धालु यहां स्नान के लिए पहुंचते हैं।

भीड़ नियंत्रण के लिए सुझाए गए उपाय

टाइम स्लॉट: श्रद्धालुओं को समय स्लॉट के अनुसार स्नान की अनुमति दी जाए
बैरिकेडिंग: संगम नोज पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए सख्त बैरिकेडिंग की जाए
अन्य घाटों का प्रचार: श्रद्धालुओं को दूसरे घाटों का महत्व बताया जाए, ताकि भीड़ संगम नोज पर न बढ़े।


श्रद्धालुओं का प्रवेश रोका गया, एक लाख से ज्यादा फंसे

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रवेश रोक दिया। रीवा और सतना के 20 से अधिक प्वाइंट्स पर हजारों वाहनों को रोका गया और यात्रियों से वहीं रुकने की अपील की गई। चाकघाट बॉर्डर पर 30 किमी लंबा जाम लग गया

रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से
🚆 आनंद विहार से रीवा आने वाली और रीवा से आनंद विहार जाने वाली ट्रेन रद्द कर दी
🚆 आंबेडकर नगर-प्रयागराज ट्रेन पर पथराव के चलते उसे भी अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया।

प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए भोजन और ठहरने की व्यवस्था कराई, लेकिन भीड़ ज्यादा होने से रैन बसेरे कम पड़ गए। समीप के विवाह भवनों को भी खोलकर लोगों को ठहराया गया

📌 महाकुंभ में जाने से पहले प्रशासन की गाइडलाइंस को जरूर पढ़ें और सावधानी बरतें।

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