पुलिस अधिकारी की सलाह
पुलिस उपनिरीक्षक शिवप्रताप राजावत ने बताया कि अगर कोई अनजान व्यक्ति एक्सीडेंट, बैंक अकाउंट या पिन नंबर मांगने के बहाने फोन करे तो उसे नजरअंदाज करें। उन्होंने कहा कि बैंक कभी खुद फोन नहीं करता, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।
लोगों की राय
✔ शिवप्रताप राजावत, पुलिस अधिकारी:
व्हाट्सएप और मैसेंजर पर अनजान नंबर से आने वाले वीडियो कॉल, एसएमएस और लिंक को न खोलें। कोई भी बैंक या आधार कार्ड की जानकारी मांगे तो उसे शेयर न करें। ठगी की आशंका हो तो 1930 नंबर पर कॉल करें।
✔ संतोष दुबे, अतिथि विद्वान:
सोशल मीडिया पर वीडियो कॉलिंग और डिजिटल ठगी बढ़ रही है। तकनीक का इस्तेमाल करें लेकिन अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
✔ प्रवीना पाठक, शिक्षक:
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती न करें। कई बार यह भारी पड़ सकता है, खासकर महिलाओं को सतर्क रहने की जरूरत है।
✔ मंजू पाठक, योग शिक्षक:
बेटियां नौकरी के झांसे में न आएं, सोशल मीडिया पर कई फर्जी जॉब ऑफर आते हैं जो ठगी और शोषण का कारण बन सकते हैं।
✔ राकेश शर्मा, शिक्षक:
हमेशा बैंक और संस्थानों की आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी लें। अगर कोई ओटीपी, आधार नंबर, पैन कार्ड मांगता है, तो उसे न दें। साइबर ठग धमकी देकर डेटा चुराने की कोशिश करते हैं, ऐसे में डरें नहीं, 1930 पर कॉल करें।
✔ पंकज कपूर, नागरिक:
पत्रिका समाचार पत्र समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सही जानकारी देता है। यह पहल साइबर ठगी से बचने के लिए बहुत उपयोगी है।
साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी सावधानियां
✅ अनजान लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें।
✅ “घर बैठे पैसे कमाएं” जैसे विज्ञापनों और लिंक से बचें।
✅ व्हाट्सएप पर अनजान वीडियो कॉल न उठाएं और कैमरा ऑन न करें।
✅ बैंक और फाइनेंस कंपनियों के नाम से आए कॉल/मैसेज को इग्नोर करें।
✅ टेलीग्राम के अनजान ग्रुप्स से तुरंत बाहर निकलें।
✅ फर्जी लोन और गेमिंग एप्स से बचें, लालच में न पड़ें।
✅ अपने निजी दस्तावेज या परिवार की जानकारी किसी से साझा न करें।
साइबर ठगी से बचें, सतर्क रहें और 1930 हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत शिकायत करें!