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नीमकाथाना जिला बहाली की मांग को लेकर चक्का जाम, बाजार बंद

नीमकाथाना: नीमकाथाना जिला और सीकर संभाग की बहाली की मांग को लेकर आज सुबह 8 बजे से चक्का जाम शुरू हो गया। इस प्रदर्शन के कारण खनन कारोबार और बाजार पूरी तरह से बंद रहे।

प्रदर्शन का कारण
नीमकाथाना को जिला रद्द किए जाने से नाराज लोग सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्य प्रदर्शन सिरोही बाईपास तिराहे पर होगा, जबकि पाटन और नीमकाथाना तहसील में भी प्रदर्शन किए जाएंगे।

धरना जारी रहेगा
जिला बचाओ संघर्ष समिति के 30 दिनों से चल रहे धरने को अब और तेज किया गया है। समिति का कहना है कि जिले की बहाली तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान एसडीएम मुकेश चौधरी ने तहसीलदार अभिषेक कुमार और पाटन तहसीलदार सुभाष चंद को मौका मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। साथ ही पुलिस बल भी तैनात रहेगा।

अभिभाषक संघ का समर्थन
नीमकाथाना अभिभाषक संघ ने जिले की बहाली के विरोध में चल रहे आंदोलन का समर्थन किया है। संघ ने घोषणा की है कि कानूनी सहायता की जरूरत होने पर वे निशुल्क सेवा देंगे।

एसएफआई का विरोध
इससे पहले, सेठ नंदकिशोर पटवारी राजकीय महाविद्यालय में एसएफआई कार्यकर्ताओं ने सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर के आगमन पर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और नीमकाथाना को जिला घोषित करने की मांग की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।

बाजोर का बयान
प्रेम सिंह बाजोर ने कहा कि नीमकाथाना जिले की बहाली पर कोर्ट का निर्णय अंतिम होगा। उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ताओं को जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी, क्योंकि अब मामला कोर्ट में है, और कोर्ट का फैसला ही अंतिम होगा।

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