मातृभाषा और अंग्रेजी की महत्ता पर चर्चा
होटल क्लार्क्स आमेर के फ्रंट लॉन में आयोजित ‘ज्ञान-सीपियां, पर्ल्स ऑफ विजडम’ सत्र में जावेद अख्तर ने कहा कि बच्चों का आजकल अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की ओर रुख करना सामान्य है, लेकिन अंग्रेजी के साथ-साथ अपनी मातृभाषा को भी बनाए रखना जरूरी है।
दोहों पर चर्चा
इस सत्र में जावेद अख्तर और अभिनेता अतुल तिवारी ने भारतीय परंपरा और दोहों के महत्व पर भी चर्चा की। जावेद अख्तर ने कबीर, रहीम, तुलसी और अन्य कवियों के दोहे साझा किए और बताया कि उन्होंने अपनी किताब में केवल उन दोहों को चुना जो आज के जीवन से जुड़े हुए हैं।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन
जयपुर में पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की शुरुआत शानदार तरीके से हुई। संजय के रॉय और अन्य अतिथियों ने सुबह 10 बजे दीप प्रज्जवलित कर फेस्टिवल का उद्घाटन किया। इस बार फेस्टिवल में राजस्थानी संस्कृति की झलक भी देखने को मिल रही है।