दरअसल, पिछले सप्ताह आप ने एक पोस्टर जारी किया था जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, अजय माकन और संदीप दीक्षित को भ्रष्टाचारी बताया था। इस पोस्टर पर कांग्रेस ने एतराज जताया और चुनाव आयोग से शिकायत की। इसके बाद कांग्रेस ने केजरीवाल और आप के नेताओं पर हमला शुरू कर दिया। अब कांग्रेस के नेता चुनाव जीतने के लिए हर तरीके से प्रचार कर रहे हैं।
कांग्रेस ने मुस्लिम, दलित और ओबीसी सीटों पर ध्यान दिया
दिल्ली में करीब 17% दलित वोटर हैं। राहुल गांधी ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत नई दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर से की, जो संदेश देता है कि कांग्रेस दलितों और ओबीसी के बीच अपनी उपस्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली में कई जनसभाएं और प्रचार किए हैं, जिसमें मुस्लिम, दलित और ओबीसी बाहुल्य क्षेत्रों में ज्यादा ध्यान दिया गया।
कांग्रेस का फायदा आप को नुकसान पहुंचा सकता है
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि कांग्रेस मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर अच्छा प्रदर्शन करती है तो भाजपा को कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन अगर कांग्रेस ने दलित और ओबीसी क्षेत्रों में मजबूती से प्रदर्शन किया, तो आप को नुकसान हो सकता है और भाजपा का फायदा हो सकता है।
आप और कांग्रेस के बीच सख्त प्रतिस्पर्धा
कांग्रेस और आप के बीच चुनावी प्रतिस्पर्धा अब तीव्र हो गई है। दोनों दल एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं। कांग्रेस ने केजरीवाल के खिलाफ वीडियो जारी किए हैं।
कांग्रेस की वापसी के लिए आप का सफाया जरूरी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माकन ने साफ कहा है कि अगर आप को कमजोर नहीं किया गया तो कांग्रेस मजबूत नहीं हो सकती। उनका मानना है कि दिल्ली में कांग्रेस की वापसी के लिए आप को खत्म करना जरूरी है क्योंकि आप ने कांग्रेस के परंपरागत वोटों पर कब्जा किया है।