सर्व समाज ने किया प्रदर्शन
धरने में जूसरी सरपंच प्रकाश भाकर ने कहा कि ब्लड बैंक संचालकों ने खून ही नहीं, बल्कि जनता के भरोसे को बेचा है। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप सिंह चौहान ने इसे मानवता से जुड़ा मुद्दा बताया और कहा कि जब तक अपराधियों को सजा नहीं मिलेगी, सर्व समाज एकजुट रहेगा। किरण शेखावत ने कहा कि यह कृत्य मानवता को शर्मसार करने वाला है और सभी दोषियों को जेल भेजना चाहिए।
ब्लड बैंक संचालकों पर सवाल
📌 25 जनवरी को मकराना में रक्तदान शिविर हुआ था, जिसमें मानक 450 एमएल की बजाय 550 एमएल रक्त लिया गया, जिससे कई रक्तदाताओं की सेहत पर बुरा असर पड़ा।
📌 ब्लड बैंक संचालकों पर आरोप है कि उन्होंने कभी किसी को नि:शुल्क रक्त नहीं दिया और सैकड़ों यूनिट रक्त की कालाबाजारी कर लाखों रुपए कमाए।
📌 पुलिस जांच में खून तस्करी में मकराना ब्लड बैंक के 5 सदस्य शामिल पाए गए, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
खून का सौदा 1300 रुपए प्रति यूनिट में हुआ
📌 जोबनेर पुलिस की जांच में पता चला कि 255 यूनिट रक्त 1300 रुपए प्रति यूनिट की दर से बेचा जा रहा था।
📌 सवा तीन लाख रुपए से अधिक की यह डील 5 लोगों के बीच बंटी हुई थी:
🔹 30% – महावीर पारीक (मकराना ब्लड सेंटर संचालक)
🔹 20% – मोहम्मद शाबीर
🔹 20% – प्रकाश प्रजापत
🔹 20% – सुरेंद्र माहेश्वरी
🔹 10% – पांचूराम धायला
प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
📌 प्रदर्शनकारियों ने मकराना पुलिस से सभी तस्करों की गिरफ्तारी की मांग की।
📌 यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो जन आंदोलन की चेतावनी दी गई।
👉 अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले पर कब तक और क्या कार्रवाई करता है।