
योजना का उद्देश्य और प्रक्रिया
बाड़मेर के जिला कलक्टर टीना डाबी ने बताया कि यह पहल केंद्र सरकार की एग्रीस्टेक योजना के तहत की जा रही है। इसके तहत प्रत्येक किसान को एक यूनिक फार्मर आईडी नंबर मिलेगा, जो आधार नंबर से जुड़ा होगा। इस आईडी के माध्यम से किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलेगा।
डिजिटल मैप और रियल-टाइम डेटा
इस योजना के तहत सभी गांवों का डिजिटल मैप तैयार किया गया है और मोबाइल ऐप के माध्यम से रियल-टाइम क्रॉप सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद हर किसान का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और उन्हें 11 अंकों का यूनिक नंबर मिलेगा, जो उनकी पहचान होगी।
किसान के लिए लाभ
इस आईडी से किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद जैसे लाभ आसानी से मिलेंगे। इसके अलावा, किसानों का बार-बार सत्यापन करने की जरूरत नहीं होगी। इससे राज्य सरकार को किसानों के बारे में रीयल-टाइम डेटा मिलेगा, जिससे वे बेहतर नीतियां बना सकेंगे।
आईडी में क्या होगा दर्ज
फार्मर आईडी में किसान का नाम, पिता का नाम, खेत का खसरा नंबर, मोबाइल नंबर और आधार नंबर दर्ज होगा। इस आईडी के जरिए किसानों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिलने में आसानी होगी।
शिविरों की जानकारी
ग्राम पंचायतों में 5 फरवरी से 31 मार्च तक फार्मर रजिस्ट्री शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में किसानों को मौके पर 11 अंक की यूनिक आईडी दी जाएगी और पंचायतराज विभाग की योजनाओं का लाभ भी मिलेगा।