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एमपी के चार जिलों का बदलेगा नक्शा, कई गांव होंगे इधर से उधर

मध्यप्रदेश में सुठालिया सिंचाई परियोजना के कारण चार जिलों की सीमाओं में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इस परियोजना से गुना, राजगढ़ सहित कुल 65 गांव प्रभावित हो रहे हैं, जिनमें से कई गांवों को दूसरे जिलों में बसाने की योजना बनाई गई है।

गुना जिले के परिवारों को राजगढ़ में बसाने की तैयारी

गुना जिले के आठ गांवों की खेती की जमीन डूब क्षेत्र में आ रही है, जबकि तीन गांव पूरी तरह डूब जाएंगे। इन ग्रामीणों के लिए राजगढ़ जिले के बड़ा बादला में कॉलोनी बनाई जा रही है, जहां 800 परिवारों को बसाने की योजना है।

घटिया निर्माण को लेकर नाराजगी

ग्रामीणों का कहना है कि कॉलोनी के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति के अध्यक्ष नारायण सिंह चौहान ने प्रशासन से इस मामले में ध्यान देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि निर्माण इतना कमजोर है कि हाथ लगाने से ही मटेरियल गिर जाता है। अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो यह मकान जल्द ही खराब हो सकते हैं

किसानों को नहीं मिल रहा उचित मुआवजा

किसानों ने परियोजना का लगातार विरोध किया है। उनका कहना है कि जमीन के बदले उन्हें जमीन दी जाए, लेकिन अभी तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
मुआवजा राशि बहुत कम: किसानों को ढाई लाख रुपये प्रति बीघा दिया जा रहा है, जो वर्तमान जमीन की कीमत के मुकाबले बहुत कम है।
कर्ज में डूबे किसान: कई किसानों पर बैंक का कर्ज था, जिसमें से 4-5 लाख रुपये काट लिए गए, जिससे उन्हें एक बीघा जमीन खरीदना भी मुश्किल हो गया है
भूमिहीन हो रहे किसान: कम मुआवजे की वजह से कई परिवार भूमिहीन हो गए हैं।

किसानों ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

किसान संघ ने बांध निर्माण, नहरों के कार्य और मुआवजा वितरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। किसानों का कहना है कि उन्हें उनकी जमीन का उचित मूल्य नहीं मिल रहा और उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।

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