विधायक गोयल का निर्णय: विधायक गोयल का कहना था कि जिला पंचायत का पद बहुत महत्वपूर्ण है और एक ही परिवार के लोग प्रमुख पदों पर चुनाव नहीं लड़ने चाहिए। उनका मानना था कि दूसरे कार्यकर्ताओं को भी चुनाव में भागीदारी का मौका मिलना चाहिए। इसलिए, विधायक गोयल और उनकी पत्नी ने विनम्रता से पार्टी से अनुरोध किया कि क्षेत्र क्रमांक 10 से चुनाव लड़ने के लिए किसी और कार्यकर्ता को मौका दिया जाए।
परिवारवाद पर टिप्पणी: विधायक गोयल ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ नेताओं के परिवार के कई सदस्य चुनाव लड़ रहे हैं, खासकर चित्रकोट के पूर्व विधायक दीपक बैज। उन्होंने कहा कि वे ऐसी परंपरा नहीं चाहते हैं, जिसमें परिवार के लोग ही प्रमुख पदों पर काबिज हों। भाजपा में भी कई नेता अपने परिजनों को चुनावी मैदान में उतार रहे हैं, जबकि गोयल ने एक नई दिशा दिखाते हुए इस मुद्दे पर अपनी पहल की।
विधायक गोयल की इस पहल की सभी ओर प्रशंसा हो रही है, क्योंकि उन्होंने पार्टी और जनता की सेवा को प्राथमिकता दी और परिवारवाद के खिलाफ एक उदाहरण प्रस्तुत किया।