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करोड़ों की सडक़ के नीचे दबे पाइप लाइनों में बढ़े लीकेज, नगरपालिका की अनदेखी से हो रही पानी की बर्बादी

टीकमगढ़। शहर में पानी की सप्लाई के लिए डाली गई पुरानी पाइप लाइनों में लीकेज की समस्या बढ़ रही है, जिससे सडक़ों पर पानी बहता रहता है। यह समस्या खासकर उन क्षेत्रों में देखने को मिल रही है, जहां पाइप लाइनों को सीसी सडक़ों के नीचे दबा दिया गया है। इसके कारण, पाइप लाइनों पर दबाव बढ़ने से कई जगहों पर लीकेज हो गया है और अब पानी सडक़ पर बहने लगता है। यदि नगरपालिका ने इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो यह आने वाले समय में नागरिकों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।

सडक़ के नीचे दबी पाइप लाइनों में लीकेज
शहर के नूतन विहार कॉलोनी से लेकर ढोंगा रोड, इंदिरा कॉलोनी, आईटीआई, कन्या विद्यालय और अन्य कई स्थानों पर पाइप लाइनों में लीकेज हो रहा है। यह समस्या इस कारण उत्पन्न हुई है क्योंकि सीसी सडक़ों के नीचे पुरानी पाइप लाइनों को दबा दिया गया था। अब, ट्रकों के दबाव से इन पाइप लाइनों में लीकेज हो रहे हैं, जिससे पानी सडक़ पर फैलता है।

पानी की बर्बादी और सुधार की अनदेखी
पाइप लाइनों के लीकेज होने से पानी की बर्बादी हो रही है और नागरिकों को साफ पानी की आपूर्ति में भी समस्या हो रही है। इसके अलावा, जब पाइप लाइनों के लीकेज को ठीक किया जाता है, तो सीसी सडक़ों को तोड़ा जाता है, जिससे सडक़ भी कमजोर हो जाती है और अस्थाई सुधार से समस्या का समाधान नहीं हो पाता है।

पानी की टंकी और उपभोक्ता
नगरपालिका में आठ पानी की टंकी और 27 वार्ड हैं, जिनमें लगभग 13,500 उपभोक्ता हैं। इन सभी क्षेत्रों में लीकेज की समस्या बढ़ रही है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पाइप लाइने सीसी सडक़ों के नीचे दबी हुई हैं।

जल प्रदाय अधिकारी का बयान
जल प्रदाय अधिकारी अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि जहां-जहां लीकेज की समस्या उत्पन्न होती है, वहां टीम के माध्यम से सुधार किया जाता है। ढोंगा लाइन, सिविल लाइन और इंदिरा कॉलोनी में लीकेज का सुधार किया गया है, लेकिन ठंड के मौसम में लीकेज की समस्या अधिक हो जाती है।

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