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जंगपुरा विधानसभा चुनाव 2025: कांग्रेस और भाजपा की चुनौती, मनीष सिसोदिया बचा पाएंगे अपनी प्रतिष्ठा?

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जंगपुरा सीट पर वोटिंग 5 फरवरी को हो चुकी है, और नतीजे 8 फरवरी को घोषित होंगे। इस बार आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं। मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार में उप-मुख्यमंत्री रह चुके हैं और शराब घोटाले में गिरफ्तार होने के बाद जमानत पर बाहर आए हैं।

कांग्रेस और भाजपा ने उतारे बड़े प्रत्याशी
मनीष सिसोदिया के खिलाफ कांग्रेस ने फरहाद सूरी और भाजपा ने तरविंदर सिंह मारवाह को मैदान में उतारा है। तरविंदर सिंह मारवाह जंगपुरा से तीन बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। वहीं फरहाद सूरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ताजदार बाबर के बेटे हैं और पूर्व पार्षद तथा दिल्ली नगर निगम के मेयर भी रह चुके हैं।

जंगपुरा सीट पर आम आदमी पार्टी का कब्जा
जंगपुरा सीट पर 2013 से आम आदमी पार्टी का कब्जा है। पहले मनिंदर सिंह धीर को टिकट दिया गया था, जिन्होंने भाजपा के खिलाफ जीत हासिल की थी। इसके बाद 2015 और 2020 में प्रवीण कुमार को टिकट मिलाकर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की। इस बार आम आदमी पार्टी ने प्रवीण कुमार का टिकट काटकर मनीष सिसोदिया को मैदान में उतारा है, जिससे यह सीट पार्टी की प्रतिष्ठा से जुड़ी हुई है।

आम आदमी पार्टी के लिए चुनौती
जंगपुरा विधानसभा सीट पर सिख, पंजाबी, मुस्लिम और दलित समुदाय के वोट निर्णायक भूमिका में होते हैं। इस बार कांग्रेस और भाजपा ने इस गणित को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस ने फरहाद सूरी को मुस्लिम वोटबैंक को ध्यान में रखते हुए उतारा है, जबकि भाजपा ने तरविंदर सिंह मारवाह को पंजाबी समुदाय का समर्थन पाने के लिए उतारा है।

पिछले चुनावों का परिणाम
2020 में प्रवीण कुमार ने 50.9% वोट शेयर के साथ भाजपा के उम्मीदवार इम्प्रीत सिंह बख्शी को हराया था। कांग्रेस के तरविंदर सिंह मारवाह को 13,565 वोट मिले थे। 2015 में भी आम आदमी पार्टी ने प्रवीण कुमार को टिकट देकर जीत हासिल की थी, और भाजपा ने मनिंदर सिंह धीर को उतारा था।

इस बार मनीष सिसोदिया के लिए जंगपुरा सीट बचाने की चुनौती होगी, खासकर जब भाजपा और कांग्रेस ने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं।

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