इस अवसर पर, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आचार्य विद्यासागर महाराज के जीवन पर आधारित 25 पुस्तकों का विमोचन किया। इसके अलावा, उन्होंने शहर में विद्यासागर महाराज का एक स्मारक बनाने की भी घोषणा की। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने मंच पर बैठें मुनि प्रमाण सागर महाराज के पैर धोकर सम्मान दिया।
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि, “भोपाल में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी के स्मृति में एक अच्छा स्थान बनाएंगे, जो उनकी विरासत, त्याग, तपस्या और ज्ञान को सहेजते हुए जनमानस को प्रेरणा देगा।”
सीएम मोहन यादव ने आगे कहा, “आचार्य विद्यासागर महाराज का आज पहला समाधि स्मृति दिवस है। मैं उन्हें बारंबार नमन करता हूं। उनकी अथाह करुणा और आशीर्वाद हमेशा हम सभी पर बरसता रहेगा।”
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने 17 फरवरी 2024 को तीन दिन के कठिन उपवास के बाद राजनांदगाव के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरि में समाधि ली थी। आज उनके ‘प्रथम समाधी स्मृति दिवस’ के अवसर पर शहर में शोभायात्रा भी निकाली गई। यह शोभायात्रा रोशनपुरा चौराहे, मालवीय नगर बिरला मंदिर होते हुए विधानसभा तक पहुंची। इस कार्यक्रम में पक्ष और विपक्ष के कई राजनेता भी शामिल हुए, जिनमें विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद आलोक शर्मा, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद थे।