कैसे किया लोगों को गुमराह?
ट्रस्ट ने लोगों को आकर्षित करने के लिए कई योजनाएं चलाईं, जिनमें शामिल थे:
- मुफ्त कोचिंग और ट्रेनिंग: कंप्यूटर, सिलाई, अंग्रेजी भाषा, TNPSC परीक्षा कोचिंग, बच्चों के लिए ट्यूशन, हस्तशिल्प कार्य आदि।
- सस्ते भोजन की सुविधा: 10 रुपये में दोपहर का भोजन, चाय, कॉफी और स्नैक्स।
- लुभावने निवेश के दावे: ट्रस्ट ने दावा किया कि उनके निवेश से लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और वे अपना खुद का व्यवसाय खोल सकेंगे।
लोगों को ऐसे फंसाया गया
ट्रस्ट ने जनता को भरोसे में लेकर किराना योजना जैसी कई निवेश योजनाएं शुरू कीं और पैसे इकट्ठा किए। धीरे-धीरे, बड़ी संख्या में लोग इन योजनाओं में फंस गए और अपनी जमा राशि खो बैठे।
कैसे पकड़े गए आरोपी?
पुख्ता जानकारी के आधार पर EOW सेलम ने ट्रस्ट के खिलाफ BNS धारा 316, 318, 62 और BUDS अधिनियम की धारा 3, 5, 21(1), 23 के तहत मामला दर्ज किया।
- DSP EOW के नेतृत्व में एक टीम शिवकामी कल्याण मंडपम पहुंची, जहां ट्रस्ट संचालित हो रहा था।
- वहां पेंशन बंपर योजना और अन्य धोखाधड़ी वाली योजनाओं के जरिए लोगों से पैसे लिए जा रहे थे।
- चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनकी 12.68 करोड़ रुपये नकद, 3 किलो सोना, 13 किलो चांदी और 3 चार पहिया वाहन जब्त किए गए।
शिकायतें बढ़ रही हैं
अब तक 216 लोगों ने 4.3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। विजयबानू के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हो चुके हैं।
EOW ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी ने भी इस ट्रस्ट में पैसे जमा किए हैं, तो वे संबंधित दस्तावेजों के साथ EOW, सेलम में शिकायत दर्ज कराएं।