कैसे बढ़ता है मिर्गी का खतरा?
- सड़क दुर्घटना में सिर पर चोट लगना मिर्गी का सबसे बड़ा कारण है। हल्की चोट भी इस बीमारी को जन्म दे सकती है।
- नशे के रूप में पेनकिलर लेने वाले लोगों में मिर्गी का खतरा बढ़ जाता है।
- नशा छोड़ने पर भी मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं। खासतौर पर एल्कोहल, अफीम और मॉरफिन जैसी चीजों के सेवन के बाद अचानक उन्हें बंद करने से यह समस्या हो सकती है।
मिर्गी क्या है?
मिर्गी एक मस्तिष्क विकार है, जिसमें न्यूरॉन्स के काम करने के तरीके में गड़बड़ी आ जाती है और बार-बार दौरे पड़ते हैं। अगर 24 घंटे में बिना किसी कारण दो बार दौरे आते हैं, तो यह मिर्गी का संकेत हो सकता है।
मिर्गी के कारण
- आनुवंशिकता: माता-पिता से बच्चों में यह बीमारी आ सकती है।
- सिर में चोट: किसी भी दुर्घटना के कारण सिर पर लगी चोट से मिर्गी हो सकती है।
- मस्तिष्क की समस्या: ट्यूमर या मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं की खराबी भी मिर्गी का कारण बन सकती है।
- संक्रमण: मेनिनजाइटिस, एचआईवी, वायरल इंसेफेलाइटिस और कुछ परजीवी संक्रमण मिर्गी पैदा कर सकते हैं।
- जन्म से पहले चोट: मां के गर्भ में पल रहे बच्चे को संक्रमण, खराब पोषण या ऑक्सीजन की कमी से मिर्गी हो सकती है।
मिर्गी के दौरे क्यों बढ़ सकते हैं?
- शराब और नशे का सेवन
- चमकती रोशनी
- नींद की कमी
- तनाव और डिहाइड्रेशन
- दवाइयों की गलत खुराक
कैसे करें बचाव?
- बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर न लें।
- सड़क पर चलते समय सावधानी बरतें और हेलमेट पहनें।
- नशे से बचें, क्योंकि इसे छोड़ने से भी मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं।
- नियमित रूप से सेहत की जांच कराएं।
मिर्गी का इलाज संभव है!
एमडीएम अस्पताल, जोधपुर के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. शुभकरण खीचड़ का कहना है कि अब मिर्गी के लिए अच्छी दवाइयां उपलब्ध हैं, जिससे इस बीमारी का इलाज पहले से आसान हो गया है।
अगर आप पेनकिलर या नशे का ज्यादा सेवन कर रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं और समय रहते डॉक्टर से सलाह लें! 🚑💊