श्रीगंगानगर में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत 10,313 उपभोक्ताओं ने सौर ऊर्जा के लिए पंजीकरण कराया है। लगातार बढ़ते बिजली बिलों से परेशान लोग अब रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाने की ओर बढ़ रहे हैं। हालांकि, इनमें से सिर्फ 4,260 उपभोक्ताओं ने सोलर प्लांट के लिए वेंडर चुना और 1,760 उपभोक्ताओं ने अपने घरों में सोलर प्लांट लगवाया।
अन्य जिलों में स्थिति
- जोधपुर डिस्कॉम के तहत 71,302 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया।
- 20,618 उपभोक्ताओं ने वेंडर का चयन किया, लेकिन सिर्फ 8,110 ने सोलर प्लांट लगवाए।
- हनुमानगढ़ में 10,344 लोगों ने आवेदन किया, पर सिर्फ 1,239 प्लांट ही स्थापित हुए।
- कई उपभोक्ताओं को तकनीकी जानकारी और वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
रूफटॉप सोलर प्लांट के लाभ
✅ बिजली बचत: खुद के घर पर बिजली उत्पादन से बिजली के बिल में कमी।
✅ पर्यावरण संरक्षण: स्वच्छ ऊर्जा से CO₂ उत्सर्जन में कमी।
✅ आसान इंस्टॉलेशन: घर की छत पर आसानी से लगाया जा सकता है, अतिरिक्त जगह की जरूरत नहीं।
✅ सरकारी सब्सिडी: सरकार से वित्तीय सहायता, जिससे लागत कम होती है।
✅ अतिरिक्त आय: अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचने का मौका।
सरकारी सब्सिडी की जानकारी
- 1 किलोवाट – ₹30,000
- 2 किलोवाट – ₹60,000
- 3 किलोवाट – ₹78,000
लोगों को किया जा रहा जागरूक
जोधपुर डिस्कॉम, श्रीगंगानगर के अधीक्षण अभियंता वसीम इकबाल ने बताया कि लोग सोलर प्लांट लगाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं, लेकिन अभी भी पंजीकरण की तुलना में सौर संयंत्र लगाने वालों की संख्या कम है। हालांकि, धीरे-धीरे इस योजना को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है।
➡ सरकार की इस योजना से लोग न केवल अपने बिजली बिल बचा सकते हैं, बल्कि अतिरिक्त ऊर्जा बेचकर आय भी कमा सकते हैं।