कैसे हुई ठगी?
6 जून 2024 को मनोज कुमार गुप्ता, जो चंदेरा में पे-नियर की आईडी से पैसे जमा और निकासी का काम करता था, अपनी दुकान पर काम कर रहा था। तभी उसके पास एक अनजान नंबर से फोन आया।
- कॉल करने वाले ने कहा कि पे-नियर के बैनर प्रिंट होने हैं और इसके लिए एक लिंक भेजी जाएगी।
- थोड़ी देर में उसके फोन पर एक लिंक आई और फिर वही नंबर दोबारा कॉल आया, जिसमें उसे लिंक खोलने के लिए कहा गया।
- लिंक खोलने के बाद उससे पे-नियर की आईडी और पासवर्ड डालने को कहा गया।
- जैसे ही उसने आईडी और पासवर्ड डाला, उसके फोन पर एक ओटीपी आया, जिसे उसने ठगों को बता दिया।
- ठगों ने कहा कि सर्वर खराब है और फोन काट दिया।
- 4 घंटे बाद जब उसने अपना बैलेंस चेक किया, तो 3 लाख रुपये कट चुके थे।
इसके बाद मनोज कुमार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने 8 महीने में पकड़ लिए आरोपी
शिकायत मिलने के बाद एसपी मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देश पर चंदेरा थाना पुलिस और साइबर सेल की टीम ने जांच शुरू की।
- जिस नंबर से फोन आया था, उसका पता लगाते हुए पुलिस उड़ीसा पहुंची।
- 3 फरवरी को पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
- दिपुन बेहरा (24 वर्ष) – निवासी निरंकारी नगर, उड़ीसा
- पिंकी सेट्टी (38 वर्ष) – निवासी जाचपुर, उड़ीसा
- सुरेंद्र नायक (48 वर्ष) – निवासी तारनी बस्ती, उड़ीसा
उड़ीसा से गिरफ्तार किए गए आरोपियों को छत्तीसगढ़ के बैमेतरा कोर्ट में पेश किया गया, फिर ट्रांजिट वारंट लेकर टीकमगढ़ लाया गया।
पुलिस कर रही पूछताछ
टीकमगढ़ लाकर पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इस पूरी कार्रवाई में चंदेरा थाना प्रभारी नीतू खटीक, एसआई दयाराम चक्रवर्ती, आरक्षक काशीराम कुशवाहा, अरुण सेंगर, योगेंद्र दांगी और अंकिता शर्मा शामिल थे।
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए सावधान रहें और अनजान लिंक न खोलें!