पीएम मोदी ने क्या जवाब दिया?
युक्ता ने बताया कि उसने 10वीं में 95% अंक लाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन उसे 93% ही मिले, जिससे वह निराश हो गई। इस पर पीएम मोदी ने समझाया कि यह असफलता नहीं, बल्कि सफलता है। उन्होंने कहा कि अगर आपने 95% के लिए मेहनत की और 93% मिले, तो अगली बार 97% या 98% का लक्ष्य रखें।
पीएम मोदी के सफलता के मंत्र
1️⃣ क्रिकेट से सीखें: शोर पर ध्यान न दें, सिर्फ लक्ष्य पर फोकस करें।
2️⃣ बल्लेबाज की तरह खेलें: सिर्फ गेंद पर ध्यान दें, दूसरों की राय से प्रभावित न हों।
3️⃣ सिर्फ किताबों में मत उलझें: बाहरी ज्ञान भी जरूरी है।
4️⃣ एक्स्ट्रा एक्टिविटीज करें: पढ़ाई के साथ रुचि के अनुसार अन्य गतिविधियों में भाग लें।
5️⃣ समय का सही उपयोग करें: 24 घंटे का सही प्रबंधन करें और बेकार की चीजों में समय बर्बाद न करें।
6️⃣ मनोबल बनाए रखें: परीक्षा का तनाव न लें, परिवार और दोस्तों से अपनी दुविधा साझा करें।
7️⃣ मेडिटेशन और प्राणायाम करें: मानसिक शांति के लिए ध्यान और योग करें।
36 बच्चों ने लिया हिस्सा
‘परीक्षा पे चर्चा’ में देशभर के 36 बच्चों ने भाग लिया, जिसमें रायपुर की युक्तामुखी साहू भी शामिल रहीं।
सीएम ने दी अभिभावकों को सलाह
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें, बल्कि उनका मनोबल बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि संतुलित आहार, अच्छी नींद और मानसिक शांति बनाए रखना परीक्षा में सफलता के लिए जरूरी है।
युक्ता का अनुभव:
युक्ता ने बताया कि पीएम मोदी बच्चों से एक दोस्त की तरह मिले और छोटी-छोटी असफलताओं से निराश न होने, बल्कि मेहनत कर आगे बढ़ने की सलाह दी। पीएम से मिलने के बाद मेरा आत्मविश्वास और बढ़ गया है, यह अनुभव बहुत खास और प्रेरणादायक रहा।