छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्रों के लिए मिशन अव्वल के तहत विशेष कोचिंग देने की योजना बनाई गई थी। इसको लेकर ब्लॉक स्तर पर कई बैठकें हुईं, शिक्षकों को उत्कृष्ट छात्रों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी दी गई। लेकिन अब मिशन अव्वल ने इस योजना को रद्द कर दिया।
चुनाव के कारण लिया गया फैसला
शुरुआत में जिला शिक्षा अधिकारी टीआर जगदल्ले बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए विशेष कोचिंग की तैयारी कर रहे थे। लेकिन समय पर निर्णय नहीं लिया गया और अब चुनाव का बहाना देकर इस योजना को निरस्त कर दिया गया। इससे बोर्ड परीक्षार्थियों में निराशा है क्योंकि उन्हें अब खुद से पढ़ाई या प्राइवेट कोचिंग पर निर्भर रहना होगा। पिछले साल भी सिर्फ 19 दिन की कोचिंग मिली थी। इस साल 10वीं में 10,600 और 12वीं में 8,500 छात्र परीक्षा देंगे।
सिर्फ मॉडल प्रश्न पत्र से होगी तैयारी
शिक्षा विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी डीके सूर्यवंशी ने बताया कि डीईओ कार्यालय द्वारा 5 सेट प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं, जिन्हें छात्रों से हल कराया जा रहा है। आदर्श प्रश्न पत्र ब्लू प्रिंट के आधार पर बनाए गए हैं, ताकि छात्रों को समय प्रबंधन और उत्तर लिखने की सही तकनीक सिखाई जा सके।
बच्चों को खास विषयों में आ रही थी दिक्कत
मिशन अव्वल अभियान के तहत हर महीने 25-25 अंकों के मूल्यांकन टेस्ट कराए गए थे। इन रिपोर्ट्स से पता चला कि जिले में B और C ग्रेड के छात्रों की संख्या ज्यादा है। सामाजिक विज्ञान, गणित, फिजिक्स और केमिस्ट्री के सवाल हल करने में छात्रों को परेशानी हो रही थी। इन्हीं छात्रों को 6 फरवरी से विशेष कोचिंग देने की योजना थी, लेकिन अब इसे स्थगित कर दिया गया।