बेणेश्वर धाम: एक गैर आबादी वाला गांव
यह क्षेत्र राजस्व रिकॉर्ड में गैर आबादी वाला राजस्व गांव माना गया है। यहां श्रीराधाकृष्ण मंदिर, ब्रह्मा मंदिर, शिव मंदिर, वाल्मीकि मंदिर और गायत्री मंदिर समेत कई देवी-देवताओं के मंदिर हैं। हालांकि, प्रशासन की अनदेखी के कारण अवैध निर्माण और अतिक्रमण हो रहे हैं।
2015 में बना था 255 करोड़ का मास्टर प्लान
राजस्थान सरकार ने 2015-16 में बेणेश्वर धाम के विकास के लिए 255 करोड़ रुपये का मास्टर प्लान बनाया था। लेकिन राजस्व रिकॉर्ड में सही से जमीन दर्ज नहीं होने के कारण यह योजना अधूरी रह गई।
बेणेश्वर धाम का घटता क्षेत्रफल
- 2015-16 के सर्वे में धाम की जमीन 80.75 हेक्टेयर थी।
- 2024 के सर्वे में यह घटकर 76.33 हेक्टेयर रह गई।
- 8 साल में करीब 4.5 हेक्टेयर जमीन कम हो गई।
- बारिश और नदियों के कटाव से हर साल जमीन का कुछ हिस्सा बह जाता है।
गैर आवासीय क्षेत्र और अतिक्रमण पर कार्रवाई
यह क्षेत्र पहले से ही गैर आवासीय घोषित किया गया है। बरसात के मौसम में यह टापू बन जाता है, जिससे यहां आना-जाना मुश्किल हो जाता है। प्रशासन ने कहा है कि गैरकानूनी अतिक्रमण पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– नारायणलाल डामोर, तहसीलदार, साबला