मरीजों से की बातचीत
मंत्री खींवसर ने सबसे पहले ट्रोमा सेंटर का निरीक्षण किया, जहां मरीजों की लंबी कतारें थीं। इसके बाद वे ओपीडी और दवा काउंटर भी गए, वहां भी भीड़ लगी हुई थी। उन्होंने मरीजों से बात कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में जाना और कार्डियक इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टरों और मरीजों से बातचीत की।
अस्पताल की सफाई भी देखी
मंत्री ने अस्पताल परिसर की सफाई का भी निरीक्षण किया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने अपनी समस्याएं बताई हैं और हमने भी उन्हें कुछ सुझाव दिए हैं। वित्तीय घाटे को लेकर उन्होंने कहा कि जीवन रक्षक दवाएं अब काफी महंगी हो गई हैं, इस पर भी विचार किया जाएगा।
महात्मा गांधी अस्पताल भी पहुंचे
इसके बाद मंत्री खींवसर महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने रेबीज के टीकों की उपलब्धता की जानकारी ली। नर्सिंग अधिकारी ने बताया कि जोधपुर में डॉग बाइट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस दौरे के दौरान उनके साथ IAS अधिकारी गायत्री राठौड़, एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. बीएस जोधा और अस्पताल अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित भी मौजूद थे।