शेरों की मस्ती से वन विहार गुलजार
गुजरात के जूनागढ़ से लाए गए इस शेर जोड़े का नाम ‘जूना’ और मादा शेरनी का नाम ‘गिरी’ रखा गया है। जैसे ही उन्हें बाड़े में छोड़ा गया, वे उछल-कूद करने लगे। हालांकि शुरुआत में दोनों थोड़े सहमे हुए थे, लेकिन फिर दौड़ने लगे। अब वन विहार में आने वाले पर्यटक इन शेरों को देख सकेंगे।
21 दिन के क्वारेंटाइन के बाद छोड़ा गया
वन विहार में छोड़ने से पहले दोनों शेरों को 21 दिन तक क्वारेंटाइन में रखा गया था। उनकी सेहत पूरी तरह ठीक होने के बाद ही उन्हें बाड़े में छोड़ा गया।
जूनागढ़ से 1000 किमी सफर कर पहुंचे भोपाल
वन विहार के निदेशक अवधेश मीना ने बताया कि 9 सदस्यीय दल 17 दिसंबर को जूनागढ़ के सक्करबाग चिड़ियाघर से शेरों को लेने गया था। 21 दिसंबर को शेरों को भोपाल लाया गया। 5 दिन में उन्होंने 1000 किलोमीटर का सफर तय किया। 11 जनवरी को क्वारेंटाइन खत्म हुआ, लेकिन सेहत का ध्यान रखते हुए उन्हें कुछ और दिन रखा गया। अब पर्यटक इन्हें देख सकते हैं।