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मान्यता नवीनीकरण में देरी, 91 हजार छात्रों को हो सकती है परेशानी

छतरपुर: जिले में 680 निजी स्कूलों ने इस साल मान्यता नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 553 स्कूलों ने कक्षा 1 से 8वीं तक के लिए आवेदन किया था। हालांकि, इन स्कूलों में से केवल 43 स्कूल ही शासन के नियमों के अनुरूप मान्यता प्राप्त कर पाए हैं, जबकि 423 प्रकरण अभी भी लंबित हैं। इसका असर 91 हजार छात्रों पर पड़ सकता है।

मान्यता नवीनीकरण में दिक्कतें
निजी स्कूलों को मान्यता नवीनीकरण के लिए 14 फरवरी तक आवेदन का मौका दिया गया था। लेकिन, जिले के 680 स्कूलों में से 423 के आवेदन अभी भी लंबित हैं। इसके कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जिले में सरकारी स्कूलों में 2 लाख 21 हजार 849 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि निजी स्कूलों में केवल 91 हजार 263 छात्र हैं।

छतरपुर ब्लॉक की स्थिति
छतरपुर विकासखंड में मान्यता नवीनीकरण की प्रक्रिया बहुत धीमी चल रही है। जिले के 180 स्कूलों के आवेदन 15 दिनों से अधिक समय से लंबित हैं, जिनमें से 71 स्कूल छतरपुर ब्लॉक के हैं। इन स्कूलों के मामलों को न तो आगे बढ़ाया जा रहा है, और न ही उनकी मान्यता निरस्त की जा रही है।

नवीनीकरण प्रक्रिया और नए नियम
निजी स्कूलों के मान्यता नवीनीकरण की प्रक्रिया अब पूरी तरह से ऑनलाइन हो रही है। आवेदन के बाद बीआरसी (ब्लॉक शिक्षा केंद्र) द्वारा स्कूल का भौतिक सत्यापन किया जाता है। इसके साथ ही स्कूल संचालकों को आवश्यक दस्तावेज ऑनलाइन जमा करने होते हैं।

नई शर्तें
शिक्षा विभाग ने प्राइवेट स्कूलों के लिए कुछ नई शर्तें लागू की हैं, जिनमें स्कूल भवन, प्रयोगशाला, खेल मैदान और शैक्षिक गतिविधियों की शर्तें शामिल हैं। इसके अलावा, एफडी राशि, वार्षिक शुल्क और रजिस्टर्ड किरायानामा भी प्रमुख दस्तावेजों के रूप में जरूरी हैं।

मान्यता निरस्तीकरण
अगर कोई स्कूल इन मापदंडों को पूरा नहीं करता है या आवेदन नहीं करता है, तो उसकी मान्यता निरस्त कर दी जाएगी। छतरपुर जिले में इस कार्य में पारदर्शिता बरती जा रही है और जल्द ही उन स्कूलों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।

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