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जयपुर में पत्रिका बुक फेयर के दौरान गुलाब कोठारी ने बताया कि गहनों का वैज्ञानिक आधार है। गहने सिर्फ सजावट के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि शरीर पांच तत्वों से बना है और गहने शरीर के संतुलन को बनाए रखते हैं।
कोठारी ने बताया कि हर गहना किसी न किसी एक्यूप्रेशर पॉइंट को प्रभावित करता है, जिससे कई बीमारियों से बचाव होता है। उदाहरण के लिए, पांव में भारी कड़े पहनने वाली महिलाओं को प्रसव पीड़ा कम होती है। उन्होंने यह भी बताया कि गहनों का चयन कार्य क्षेत्र के अनुसार होना चाहिए। घर में रहने वाली महिलाएं सोने के गहने पहनती हैं, जबकि बाहर काम करने वाली महिलाएं चांदी के गहने पहनती हैं।
राजस्थान पत्रिका की निदेशक दीप्ति कोठारी ने कहा कि इस पुस्तक में गहनों पर गहन शोध किया गया है। गहने सिर्फ सौंदर्य ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य का भी आधार हैं। वरिष्ठ पत्रकार सुकुमार वर्मा ने बताया कि पुस्तक में गहनों के वैज्ञानिक और वैदिक महत्व की जानकारी दी गई है, जो नई पीढ़ी के लिए उपयोगी है।