हालांकि, प्रदेश के पांच जिलों – बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर, डूंगरपुर और उदयपुर में अब तक किसी भी बालिका को इस योजना का लाभ नहीं मिला है। पहले, केवल दो बेटियों तक ही यह योजना लागू थी, लेकिन अब इस बाध्यता को हटा दिया गया है। फिर भी, जानकारी की कमी के कारण बालिकाएं लाभ से वंचित रह गईं।
शैक्षिक सत्र 2024-25 में करीब ढाई लाख बालिकाएं प्रोत्साहन राशि का इंतजार कर रही हैं। अगर मार्च 2025 तक भुगतान नहीं हुआ, तो राशि लैप्स हो जाएगी।
अब सरकार ने जिला स्तर पर समीक्षा शुरू कर दी है और 31 मार्च से पहले सभी पात्र बालिकाओं को राशि देने की तैयारी की जा रही है।