सुबह से ही मतदान केंद्रों पर भीड़:
मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ। लोग सुबह से ही मतदान केंद्रों पर पहुंचने लगे। दोपहर 3 बजे तक मतदान केंद्र में प्रवेश की अनुमति थी। जो लोग 3 बजे तक पहुंचे, उन्हें टोकन दिए गए और शाम 6 बजे तक मतदान का मौका मिला।
बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने भी किया मतदान:
90 वर्षीय दया बाई श्रीवास और 91 वर्षीय कुंज बिहारी साहू जैसे बुजुर्गों ने भी मतदान किया। महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
महिलाओं में दिखा खास उत्साह:
महिलाओं ने पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत के लिए चार बैलेट पेपर पर वोट डाले। ग्रामीणों ने बताया कि 5 साल में एक बार गांव का मुखिया चुनने का मौका मिलता है, इसलिए उन्होंने सभी काम छोड़कर मतदान को प्राथमिकता दी।
प्रशासनिक प्रबंध और सुरक्षा:
सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी। पुलिस और प्रशासन की टीम तैनात रही।
कलेक्टर और एसपी ने किया निरीक्षण:
कलेक्टर अवनीश शरण और एसपी रजनेश सिंह ने मस्तूरी, लावर और परसदावेद के मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने डीएवी स्कूल परसदा में बने स्ट्रांग रूम का भी जायजा लिया और शांतिपूर्ण मतदान के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
मतदान के बाद देर रात तक परिणाम घोषित किए गए।