स्कूलों की बंदी:
डोटासरा ने सरकार के फैसले को लेकर चिंता जताई है कि प्राइवेट स्कूलों के साथ मिलकर बीजेपी सरकार इंग्लिश मीडियम स्कूल को बंद करने की तैयारी कर रही है। उनका कहना है कि इस निर्णय का कोई मूल्य नहीं होने दिया जाएगा।
शिक्षा में सुधार की मांग:
उनके अनुसार, अगर सरकार शिक्षा में सुधार करना चाहती है, तो नए स्कूल खोलने और नए शिक्षकों की भर्ती पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने स्कूलों में स्टाफ की कमी के मुद्दे पर भी चर्चा की।
विरोध का रूप:
उनका मानना है कि इस प्रकार का फैसला गरीब और मध्यम वर्ग के विरोध में है।
शिक्षा मंत्री का बयान:
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पहले ही बताया था कि इस मुद्दे पर सरकार को स्तरीय रिव्यू करने का फैसला किया गया है। उनका कहना है कि अंतिम निर्णय इसके आधार पर होगा।
गहलोत का टिप्पणी:
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस निर्णय का विरोध किया है, कहते हुए कि गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा देने के उद्देश्य से महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल शुरू किए गए थे।