इस राउंड में प्रवेश लेना अनिवार्य है, क्योंकि अगर छात्र स्ट्रे वेकेंसी राउंड में प्रवेश नहीं लेते हैं, तो वह अगले साल NEET PG से वंचित हो जाएंगे। इसके बाद, सीटें खाली रह जाएंगी, और एनएमसी ने यह निर्णय लिया है कि ऐसे छात्रों की सिक्योरिटी डिपाजिट मनी जब्त कर ली जाएगी।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सोमवार को स्ट्रे वेकेंसी राउंड की च्वाइस फिलिंग को स्थगित कर दिया है, और हाईकोर्ट के अगले आदेश के बाद इसे शुरू किया जाएगा।
प्रदेश में एमडी-एमएस की काउंसलिंग के तीन राउंड में 74 में से 64 सीटों पर एडमिशन हो चुका है। इसके अलावा, ऑल इंडिया कोटे की सीटों पर भी एडमिशन हुआ है, जबकि केवल 17 सीटें खाली रह गई हैं। इन सीटों पर स्ट्रे वेकेंसी राउंड के जरिए एडमिशन हो सकता है। प्रदेश में कुल 502 पीजी सीटें हैं, जिनमें से 319 सीटें स्टेट कोटे की हैं।