इस मामले में, शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु के बाद श्रम विभाग से क्लेम पास करवाना था, जिसके तहत आरोपी विक्रम गुर्जर ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
एनएसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि उन्होंने शिकायत पर कार्रवाई की गई, जिसमें आरोपी को गिरफ्तार किया गया और रिश्वत की राशि वापसी की गई। यह मामला भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज में विश्वास को पुनः स्थापित करता है।