8 नए ITI और 36 केंद्रों का नवीनीकरण
प्रदेश में भरतपुर, नागौर (मूंडवा), कोटपूतली-बहरोड़ (बड़ौद), बूंदी (कापरेन), सीकर (नीमकाथाना), जयपुर (झोटवाड़ा), पाली (सुमेरपुर) और कोटा (मोडक) में 8 नए आईटीआई खोले जाएंगे।
इसके अलावा, 39 करोड़ रुपये की लागत से 36 आईटीआई केंद्रों का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
3 नए पॉलिटेक्निक कॉलेज और आधुनिक शिक्षा
सीकर, भीलवाड़ा और टपूकड़ा (अलवर) में नए पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले जाएंगे।
राजस्थान के पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों के आधुनिकीकरण के लिए 40 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
धौलपुर, सिरोही और बाड़मेर में सिविल इंजीनियरिंग, हनुमानगढ़ और अजमेर (महिला) में कंप्यूटर साइंस, झालावाड़ में केमिकल और चूरू में इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल की नई ब्रांच शुरू की जाएंगी।
11 नए महाविद्यालय और 9 कन्या महाविद्यालय
राजस्थान में 11 नए महाविद्यालय खोले जाएंगे, जिनमें कुम्हेर, डीग (खोह), जोधपुर (केरू), झालावाड़ (अकलेरा), नागौर (गोटन), सीकर (धोद), उदयपुर (कानोड), जयपुर (सांगानेर), श्रीगंगानगर (घड़साना) और जालोर (जसवंतपुरा) शामिल हैं।
9 नए कन्या महाविद्यालय ब्यावर (बिजयनगर और मसूदा), तिजारा, बूंदी (डाबी), जयपुर (कोटखावदा), कोटा (कैथून और सुकैत), पाली (सोजत रोड) और सिरोही (आबू रोड) में खोले जाएंगे।
भीलवाड़ा (मांडलगढ़) और सवाई माधोपुर (गंगापुरसिटी) में 2 कृषि महाविद्यालय भी खुलेंगे।
वैदिक गुरुकुल और सैनिक स्कूलों की स्थापना
राजस्थान में जयपुर, जोधपुर और उदयपुर में वैदिक गुरुकुल और वैदिक पर्यटन केंद्र बनाए जाएंगे।
इसके अलावा, श्रीगंगानगर (मिर्जेवाला) में सैनिक स्कूल और अलवर, बीकानेर, जयपुर, जैसलमेर और कोटा में बालिका सैनिक स्कूल खोले जाएंगे।
शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए अन्य घोषणाएं
- 225 प्रवेशिका विद्यालयों को वरिष्ठ उपाध्याय विद्यालयों में बदला जाएगा।
- 17 संस्कृत महाविद्यालयों को आचार्य स्तर तक बढ़ाया जाएगा।
- 50 प्राथमिक विद्यालयों को 8वीं तक और 100 स्कूलों को उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अपग्रेड किया जाएगा।
- 225 करोड़ रुपये की लागत से सरकारी स्कूलों का सुधार किया जाएगा।
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में 65 करोड़ रुपये से डाइनिंग हॉल बनाए जाएंगे।
- 4,000 नए अपग्रेडेड स्कूलों में फर्नीचर की सुविधा दी जाएगी।
- 15,000 स्कूलों में 75 करोड़ रुपये से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
- 175 जर्जर स्कूलों के नवीनीकरण पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
- 2,000 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए 175 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
निष्कर्ष
राजस्थान सरकार के इन फैसलों से तकनीकी शिक्षा, उच्च शिक्षा और बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश में युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।