बड़े जहाज उतरने से बढ़ेगा व्यापार और पर्यटन
अभी झुंझुनूं में सिर्फ छोटे प्लेन उतर सकते हैं, लेकिन अब इस हवाई पट्टी को इंटर स्टेट ट्रैवल के लिए विकसित किया जाएगा। इससे पर्यटकों को सुविधा मिलेगी और बड़े उद्योगपति यहां आकर निवेश कर सकते हैं।
हवाई सेवा से मिलेगा रोजगार और समय की बचत
झुंझुनूं के हजारों युवा हर महीने विदेश जाते हैं, लेकिन अभी उन्हें दिल्ली या जयपुर जाने के लिए 5-6 घंटे (दिल्ली) और 3-4 घंटे (जयपुर) का सड़क मार्ग तय करना पड़ता है। हवाई सेवा शुरू होने से समय की बचत होगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
झुंझुनूं में खुलने वाला फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) निजी क्षेत्र में स्थापित होगा, लेकिन इससे भी कई नई नौकरियां मिलेंगी। अभी तक पायलट ट्रेनिंग सिर्फ बड़े शहरों में होती थी, लेकिन अब झुंझुनूं में भी यह सुविधा मिलेगी।
कुछ उम्मीदें पूरी नहीं हुईं
हालांकि, बजट में कुछ अहम घोषणाएं हुई हैं, लेकिन कई मुद्दों पर लोगों को निराशा भी हाथ लगी।
✅ ये घोषणाएं की गईं:
- नवलगढ़ में ट्रॉमा सेंटर बनाया जाएगा।
- महनसर को ग्रामीण पर्यटन योजना में जोड़ा जाएगा।
- झुंझुनूं में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत विशेष न्यायालय स्थापित होगा।
- शेखावाटी की हवेलियों का संरक्षण किया जाएगा।
- अमृत 2.0 योजना के तहत जलापूर्ति व्यवस्था सुधारी जाएगी।
❌ इनकी घोषणा नहीं हुई:
- नई पंचायत समिति, उप तहसील या नगरपालिका की कोई घोषणा नहीं हुई।
- झुंझुनूं में खेल विश्वविद्यालय की उम्मीद थी, लेकिन इसे लेकर कोई ऐलान नहीं हुआ।
- शहर में जलभराव की समस्या के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनी।
- मंडावा को क्लीन एंड ग्रीन इको सिटी बनाने की घोषणा की गई, लेकिन अन्य क्षेत्रों में कोई खास ऐलान नहीं हुआ।
झुंझुनूं के विकास की उम्मीदें बढ़ीं
बड़े हवाई जहाजों की लैंडिंग और पायलट ट्रेनिंग सेंटर से झुंझुनूं का महत्व और बढ़ेगा। हालांकि, कुछ जरूरी घोषणाएं नहीं होने से लोगों को थोड़ी निराशा जरूर हुई है।