आरोपी भानू लववंशी, जो फोर्टिस अस्पताल में काम करता था, गिरफ्तार किया गया है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस मामले में अन्य संबंधित व्यक्तियों की जांच भी जारी है। पुलिस की जानकारी के अनुसार, आरोपी रोजाना दलालों के संपर्क में रहकर उन्हें अवैध ट्रांसप्लांट के लिए मदद करता था। इसके अलावा, अवैध ट्रांसप्लांट के बाद दलाल मरीजों को किराए के मकानों में रखते थे, जहां पर उनकी देखरेख के लिए भी भानू ही जाता था।
इस मामले में और भी संबंधित व्यक्तियों की जांच जारी है, जिसमें अन्य संबंधित अधिकारियों और डॉक्टर्स की भूमिका का भी जांच होगा।