शिकायत और जांच का आदेश
कांग्रेस नेता छीतर लाल मीणा ने 2015 से 2019 तक के कार्यों की जांच की मांग करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद, जिला परिषद ने जांच कमेटी बनाकर पंचायत में हुए खर्चों की जांच करवाई।
क्या गड़बड़ी हुई?
जांच में सामने आया कि पंचायत ने गलत भुगतान किया, जरूरी रिकॉर्ड सही से नहीं रखा, और कामों का सही मूल्यांकन नहीं करवाया। जांच रिपोर्ट के आधार पर 59 लाख रुपए की वसूली के आदेश दिए गए हैं।
वसूली की प्रक्रिया
- कर्मचारियों के वेतन से राशि काटी जाएगी।
- अगर सरपंच राशि जमा नहीं करता है, तो उसकी संपत्ति की नीलामी कर रकम वसूली जाएगी।
- अनियमितता के दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी।
अधिकारियों के निर्देश
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने ग्राम पंचायत से वसूली के नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। पंचायत समिति के विकास अधिकारी सुरेश वर्मा ने कहा कि नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी गड़बड़ियां न हों।