स्कूल का निरीक्षण और बच्चों से संवाद
कलेक्टर को अचानक स्कूल में देखकर स्टाफ हैरान रह गया। उन्होंने भोजन बनाने की प्रक्रिया देखी और सामग्री की गुणवत्ता की जांच की। साथ ही, शौचालयों की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
बातचीत के दौरान जब एक बच्चे ने डॉक्टर बनने की इच्छा जताई, तो कलेक्टर ने बताया कि यह समाज सेवा का सर्वोच्च पेशा है और इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होती है।
स्वास्थ्य अभियान और विकास कार्यों की समीक्षा
कलेक्टर असावा ने बताया कि शनिवार को “माय हॉस्पिटल, क्लीन हॉस्पिटल” अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत हर सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र में सफाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि जिले में 3,000 करोड़ से अधिक के विकास कार्य जारी हैं, जिनमें से 500 करोड़ के काम मार्च तक पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है।
किसानों के लिए एग्रीस्टेक शिविर का निरीक्षण
कलेक्टर असावा ने एमडी, बिनौल और दौवड़ा ग्राम पंचायतों में “एग्रीस्टेक” योजना के तहत चल रहे फार्मर रजिस्ट्री शिविरों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों को 11 अंकों की यूनिक आईडी के प्रमाण पत्र वितरित किए और शिविर की व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया।
समस्याओं का समाधान
ग्रामीणों ने कलेक्टर से दौवड़ा के सरकारी विद्यालय में ट्यूबवेल खराब होने और जलभराव की समस्या के बारे में बताया। बसंती बाई नाम की महिला ने आवास न होने की समस्या रखी। इस पर कलेक्टर ने तुरंत अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए।