लखीमपुर अब पिछड़ा जिला नहीं रहा
सीएम योगी ने कहा कि लखीमपुर खीरी अब पिछड़ा जिला नहीं है, बल्कि यह तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। पहले यहां मलेरिया का खतरा था और दूधवा नेशनल पार्क तक पहुंचने के साधन भी सीमित थे, लेकिन अब सरकार यहां एयरपोर्ट विकसित करने और बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार लखीमपुर में आध्यात्मिक और ईको-टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है, जिससे लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
लखीमपुर में हो रहे बड़े बदलाव
- 4,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण
- गोला गोकर्णनाथ मंदिर कॉरिडोर का निर्माण
- देश का पहला पीएलए प्लांट (बायो प्लास्टिक निर्माण) स्थापित किया गया
- 2,850 करोड़ रुपये के प्लास्टिक प्लांट का शिलान्यास
- दूधवा नेशनल पार्क के साथ मेडिकल कॉलेज का भी शुभारंभ
सीएम योगी ने कहा कि यह सभी योजनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और सरकार के सहयोग से संभव हो पाई हैं।
टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखीमपुर को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ा जा रहा है। बहराइच-मैलानी के बीच रेलवे लाइन को लेकर पहले अनिश्चितता थी, लेकिन सरकार ने इसके लिए पूरी धनराशि देने का फैसला किया है।
इसके अलावा, थारू जनजाति की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की प्रधानमंत्री मोदी ने भी सराहना की है। यह टूरिज्म के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू करेगा।
लखीमपुर जल्द बनेगा विकसित जिला
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखीमपुर खीरी जल्द ही उत्तर प्रदेश के सबसे विकसित जिलों में से एक होगा। यहां के जनप्रतिनिधि विकास कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं।
- मेडिकल कॉलेज का निर्माण
- एयरस्ट्रिप को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करना
- दूधवा नेशनल पार्क को ईको-टूरिज्म केंद्र बनाना
- गोला गोकर्णनाथ मंदिर के कॉरिडोर का विकास
- रोजगार और कनेक्टिविटी में सुधार
महाशिवरात्रि से पहले विशेष पूजा
कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोला गोकर्णनाथ शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की और सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इस मंदिर को काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा।