जब बाजार में इस घी की जांच की गई तो उसका रंग और खुशबू अलग था। इस घी को ब्रांड के नाम से चार सौ रुपए लीटर में बेचा जा रहा था। इसमें मिलावट की गई थी जिसकी जांच के लिए करीब 24 लाख रुपए का माल सीजा गया है। इसके अलावा, फूड सुरक्षा डिपार्टमेंट ने इस घी की सामग्री को सैंपल के लिए भेजा है।
फैक्ट्री के बाहर से भी इस घी की आपूर्ति हो रही थी। इसमें नया ट्रेंड भी है, जिसमें गुजरात और हरियाणा से टैंकरों में मिलावटी घी लाई जाती है। फिर इसे फैक्ट्री में भरकर पैक किया जाता है। जांच के बाद, सरकारी अधिकारियों ने इस फैक्ट्री का लाइसेंस 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है।