तीन दिनों तक चलेगा विशेष आयोजन
- 24 फरवरी (सोमवार) – भगवान भोलेनाथ को तेल चढ़ाने का कार्यक्रम होगा।
- 25 फरवरी (मंगलवार) – मंडप तैयार किया जाएगा।
- 26 फरवरी (बुधवार) – भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न होगा।
मंदिर में विशेष तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था
- 250 पुलिस जवानों और मंदिर कमेटी के कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
- महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग दर्शन लाइनें बनाई जाएंगी।
- मंदिर, मेला मैदान, जमडार नदी और कुंड पर कड़ी सुरक्षा रहेगी।
- जमडार नदी पर तीन जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं और शाम के बाद वहां आवाजाही सीमित कर दी जाएगी।
- नाव की व्यवस्था भी की गई है ताकि भक्तों को कोई परेशानी न हो।
भगवान भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार और विवाह कार्यक्रम
- महाशिवरात्रि के दिन (26 फरवरी) ब्रह्म मुहूर्त में रुद्राभिषेक और मंगला आरती होगी।
- शाम 4:30 बजे भोलेनाथ को दूल्हे राजा के रूप में सजाया जाएगा।
- वैदिक रीति से वेदाचार्य ब्राह्मणों द्वारा विवाह की रस्में कराई जाएंगी।
- पूरी रात टीका, चढ़ाव, भंवर, पैर पूजन, कुंवर कलेवा और अंत में विदाई का आयोजन होगा।
- संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा ‘महादेव कार्यक्रम’ का भी आयोजन किया जाएगा।
श्रद्धालु बड़ी संख्या में होंगे शामिल
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नंदकिशोर दीक्षित ने बताया कि मंदिर कमेटी और प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। भक्त बड़ी संख्या में इस आयोजन में शामिल होंगे और महाशिवरात्रि को धूमधाम से मनाया जाएगा।