राज्य सरकार की नई पहल
सरकार ने बजट में इस योजना की घोषणा की थी, जिससे आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को सोमवार से शनिवार तक दूध दिया जाएगा। हर बच्चे को 100 मिलीलीटर दूध मिलेगा, जिसे 10 ग्राम मिल्क पाउडर से तैयार किया जाएगा। कार्यकर्ता और सहायिका बच्चों को अपनी निगरानी में दूध पिलाएंगी।
भीलवाड़ा जिले के 52,147 बच्चों को मिलेगा फायदा
भीलवाड़ा जिले के 52,147 बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा। बच्चों को 100 मिलीलीटर दूध में चीनी मिलाकर दिया जाएगा। सरकार का उद्देश्य कुपोषण दूर करना और आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकन बढ़ाना है। इस योजना पर सरकार को 200 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
राजस्थान की पांच डेयरियों को मिला आदेश
राजस्थान सरकार ने पांच डेयरियों को कुल 6,16,335 किलो मिल्क पाउडर तैयार करने का आदेश दिया है।
भीलवाड़ा डेयरी को 9 जिलों में दूध पाउडर सप्लाई करने का जिम्मा सौंपा गया है:
- बूंदी – 12,100 किलो
- भीलवाड़ा – 20,055 किलो
- डूंगरपुर – 18,525 किलो
- प्रतापगढ़ – 14,115 किलो
- चित्तौड़गढ़ – 14,200 किलो
- बांसवाड़ा – 29,330 किलो
- राजसमंद – 9,535 किलो
- झालावाड़ – 17,905 किलो
- जालोर – 23,240 किलो
- कुल योग – 1,59,010 किलो
आठवीं तक के बच्चों को दूध मिलना हो सकता है बंद
आठवीं तक के बच्चों को 25 फरवरी के बाद दूध मिलना बंद हो सकता है। फिलहाल स्कूलों के लिए दूध पाउडर सप्लाई का कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ है। हालांकि, शिक्षा विभाग ने स्कूलों के लिए दूध पाउडर की मांग सरकार को भेजी है।