पिछले साल कितने किसानों ने कराया था पंजीयन?
बीते साल 1794 किसानों ने गेहूं विक्रय के लिए पंजीयन कराया था, जिसमें से 832 किसानों से 19,542 क्विंटल गेहूं खरीदा गया था। इस साल पंजीयन शुरू हुए एक महीना हो गया है, लेकिन बहुत कम किसानों का ही पंजीयन हुआ है। इसकी वजह गिरदावरी कार्य में देरी बताई जा रही है।
गिरदावरी न होने से किसानों को दिक्कत
गिरदावरी समय पर न होने से किसान परेशान हैं और पटवारियों के चक्कर काट रहे हैं। पहले पटवारियों की हड़ताल के कारण यह काम पूरी तरह से रुका हुआ था। हालांकि हड़ताल खत्म हो गई, लेकिन गिरदावरी कार्य अभी भी धीमी गति से चल रहा है।
जिले में गिरदावरी की स्थिति
- जिले में कुल 290 पटवारी हल्के और 603 गांव हैं।
- 41 ग्राम पंचायतों में गिरदावरी का काम बिल्कुल नहीं हुआ है।
- 343 गांवों में केवल आधे किसानों की गिरदावरी हुई है।
- 132 गांवों में 50% से 90% तक गिरदावरी हुई है।
- सिर्फ 86 गांवों में 90% से 100% तक गिरदावरी पूरी हुई है।
किसानों की मांग
किसानों का कहना है कि अगर जल्द गिरदावरी पूरी नहीं हुई, तो उन्हें अपनी फसल बेचने में दिक्कत होगी। प्रशासन से जल्द से जल्द गिरदावरी पूरी करने की मांग की जा रही है।