निवेश से बढ़ेगा रोजगार
- देश-विदेश के उद्योगपति मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आगे आ रहे हैं, जिससे जबलपुर को भी फायदा होगा।
- टेक्सटाइल, डिफेंस, फूड प्रोसेसिंग, आईटी, खनिज और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ने से नए उद्योग स्थापित होंगे और युवाओं को रोजगार मिलेगा।
- जबलपुर टेक्सटाइल हब के रूप में उभर रहा है, जहां टेक्सटाइल पार्क के लिए जगह चिन्हित की गई है।
प्रधानमंत्री ने जबलपुर का किया जिक्र
इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबलपुर के बारे में कहा कि एयरपोर्ट का विस्तार हो चुका है, जिससे निवेशकों के लिए यह बड़ा अवसर है।
हाईस्पीड कॉरिडोर और एक्सप्रेस वे को बढ़ावा
- 1 लाख करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जिससे जबलपुर से जुड़े हाईस्पीड कॉरिडोर और एक्सप्रेसवे का निर्माण तेज होगा।
- इसमें भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, प्रयागराज-जबलपुर-नागपुर एक्सप्रेसवे, लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेसवे और जबलपुर-दमोह राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण शामिल है।
- इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह मौजूद रहे।
जबलपुर बनेगा निवेशकों का पसंदीदा स्थान
- गारमेंट उद्योग में तेजी आई है, जिससे टेक्सटाइल उद्योगपति जबलपुर में निवेश करने के इच्छुक हैं।
- एमएसएमई सेक्टर के लिए भी यह समिट फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि जबलपुर में छोटे और मध्यम उद्योगों की संख्या अधिक है।
औद्योगिक विशेषज्ञों की राय:
- अनुराग जैन (गारमेंट निर्माता): जबलपुर में गारमेंट इंडस्ट्री के लिए बेहतरीन माहौल है, इसलिए निवेशक इसे प्राथमिकता देंगे।
- हिमांशु खरे (उपाध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ चैंबर्स ऑफ कॉमर्स): समिट के जरिए जबलपुर और महाकोशल क्षेत्र में 3.71 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए हैं।
- एमके मिश्रा (अध्यक्ष, उमरिया-डुंगरिया उद्योग संघ): एमएसएमई सेक्टर को जबलपुर में निवेश से बड़ा फायदा मिलेगा।
निष्कर्ष:
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में जबलपुर को बड़ी पहचान मिली है। यहां टेक्सटाइल, आईटी, डिफेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश से नई नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे और शहर औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरेगा।