एमपी से है खास जुड़ाव
पंकज त्रिपाठी ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘जय महाकाल’ के उद्घोष से की। उन्होंने कहा, “मैं बिहार में पैदा हुआ और मुंबई मेरी कर्मभूमि है, लेकिन मध्यप्रदेश से मेरा एक अलग ही जुड़ाव है।” उन्होंने बताया कि यह जुड़ाव हाल ही में नहीं बना, बल्कि कई सालों से एमपी के प्रति उनका विशेष लगाव है।
एमपी के जंगलों की खूबसूरती की तारीफ
उन्होंने कहा कि, “भारत के कई लोग जंगल देखने साउथ अफ्रीका जाते हैं, जबकि हमारे अपने देश में ही मध्यप्रदेश के जंगल बहुत सुंदर हैं।” उन्होंने सभी से एमपी की प्राकृतिक खूबसूरती को देखने और महसूस करने का आग्रह किया।
खास पल – हिरनों को खिलाई रोटी और खीरा
पंकज त्रिपाठी ने बताया कि पन्ना नेशनल पार्क के गेस्ट हाउस में बिताए 15 दिन उनके लिए बहुत यादगार रहे। उन्होंने कहा, “रात में गेस्ट हाउस की बालकनी में खड़े होकर मैंने हिरनों को रोटी और खीरे के टुकड़े खिलाए, जो मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव था।”
परिवार संग एमपी आने की योजना
अभिनेता ने बताया कि अगले महीने वह अपने परिवार के साथ एमपी भ्रमण पर आएंगे। उन्होंने सभी से अपील की कि एक बार मध्यप्रदेश जरूर आएं और यहां की खूबसूरती को देखें।
एमपी सरकार को धन्यवाद
पंकज त्रिपाठी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का धन्यवाद करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यटन को बेहतरीन बनाया है। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री और पर्यटकों से आग्रह किया कि वे एमपी आएं और इसकी सुंदरता का आनंद लें।