शिप्रा एक्सप्रेस के नियमित होने में क्या समस्या है?
शिप्रा एक्सप्रेस बीना-कटनी-गया रूट पर चलती है, जो कोयला परिवहन का मुख्य मार्ग है। इस कारण रूट खाली नहीं मिल पा रहा है, जिससे ट्रेन को नियमित रूप से चलाना संभव नहीं हो सका।
रेलमंत्री ने 2018 में घोषणा की थी कि यह ट्रेन हावड़ा से इंदौर के बीच रोज चलेगी, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण इसे लागू नहीं किया जा सका। यदि ट्रेन नियमित होती तो इंदौर से हावड़ा जाने वाले हजारों यात्रियों को फायदा होता, लेकिन अब इस मुद्दे पर जनप्रतिनिधि भी प्रयास नहीं कर रहे हैं।
एमपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का स्टॉपेज भी नहीं मिला
जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली एमपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस पहले बीना जंक्शन पर रुकती थी। लेकिन रेलवे ने इंजन बदलने की झंझट से बचने के लिए इसे मालखेड़ी स्टेशन से डायवर्ट कर दिया, लेकिन वहां भी स्टॉपेज नहीं दिया गया।
यह ट्रेन क्षेत्र के लोगों के लिए सबसे सुविधाजनक ट्रेन थी, क्योंकि यह शाम को जबलपुर से चलकर सुबह हजरत निजामुद्दीन पहुंचती थी, जिससे बड़ी संख्या में यात्री सफर कर सकते थे। लेकिन इस ट्रेन के स्टॉपेज को फिर से शुरू करने के लिए कोई खास प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
यात्रियों को होगा बड़ा फायदा
- शिप्रा एक्सप्रेस बीना-कटनी रूट की मुख्य ट्रेन है। अगर इसे नियमित किया जाता है तो हजारों यात्रियों को लाभ मिलेगा।
- बीना-दमोह पैसेंजर ट्रेन बंद हो चुकी है, जिससे यात्रियों को सुबह 5 बजे चलने वाली बीना-कटनी मेमू ट्रेन से यात्रा करनी पड़ती है। यदि शिप्रा एक्सप्रेस नियमित हो जाती है, तो बीना-सागर-दमोह के यात्री आराम से अप-डाउन कर सकेंगे।
जनप्रतिनिधियों को इस मुद्दे पर गंभीर प्रयास करने होंगे, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।