ऐसे में खिलाड़ियों के वाहन खड़ा करने के लिए होल नंबर 1 की जगह को काम में लिया जाएगा। यहां जिस दिन से पार्किंग शुरू हो जाएगी क्लब 17 होल का हो जाएगा। इससे 1944 में तैयार देश का हेरिटेज गोल्फ क्लब दिल्ली, हैदराबाद, चंड़ीगढ़, कोलकाता, मुंबई जैसे बड़े शहरों के अंतरराष्ट्रीय स्तर वाले गोल्फ क्लब की श्रेणी से बाहर हो जाएगा।
हालांकि जेडीए इसके बदले में क्लब के अंदर ही कुछ जगह देने को तैयार है, जिसे हाल ही में खाली कराया गया है। होल नंबर 1 की जगह खिलाड़ियों की पार्किंग शुरू होने के बाद इस खाली जगह एक होल दिया जाएगा।
ये है नियम
जिस गोल्फ क्लब के पास 72 पार और 18 होल होते हैं, उन्हें अंतरराष्ट्रीय गोल्फ क्लब का दर्जा मिलता है। हमारे क्लब में 70 पार और 18 होल होने से आईजीयू स्तर के गोल्फ टूर्नामेंट खेले जाते हैं। अगर पार की संख्या कम होगी तो अंतरराष्ट्रीय गोल्फ टूर्नामेंट नहीं होंगे।
ये पड़ेगा असर
17 होल रह जाने से भारतीय गोल्फ यूनियन (आईजीयू) की ओर से आयोजित होने वाले टूर्नामेंट नहीं खेले जाएंगे। मौजूदा स्थिति की बात करें तो जूनियर, सीनियर सहित करीब 10 टूर्नामेंट सालभर में खेले जाते हैं। इसके अलावा सीनियर और महिला-पुरुष खिलाड़ियों के होने वाले टूर्नामेंट भी यहां नहीं खेले जाएंगे।