कैसे हुआ हादसा?
- दोपहर 2 बजे निजी पटाखा फैक्ट्री में रसायनों को मिलाने के दौरान घर्षण से विस्फोट हुआ।
- विस्फोट में तिरुमालर (38), शेनबागम (35) और तिरुमंजू (33) की जान चली गई।
- घटना के बाद पुलिस और अग्निशमन दल ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई और शवों को सरकारी अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का बयान
- मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।
- मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की।
- स्टालिन ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
सुरक्षा उपायों पर चिंता
- टीएनसीसी अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता के सेल्वापेरुंदगै ने इस घटना पर शोक जताया।
- उन्होंने कहा कि पटाखा फैक्ट्रियों में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं होने से ऐसे हादसे हो रहे हैं।
- उन्होंने सुझाव दिया कि सभी जिलों के कलेक्टरों को पटाखा फैक्ट्रियों की जांच कर सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
गर्मियों के मौसम के करीब आते ही पटाखा फैक्ट्रियों में इस तरह के हादसों की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए सख्त सुरक्षा उपायों की जरूरत है।